Supporting Gauri's Wedding: Extend A Helping Hand For Kanyadaan And Food Donation
गौरी जब 5 महीने की मासूम बच्ची थी उस वक्त गौरी की मां पहाड़ में घास काटते हुए गिरने से इस दुनिया से चल वसी । जैसे तैसे करके गौरी के पिता और दादा दादी ने गौरी तथा गौरी के 2 साल के भाई आदेश का पालन पोषण किया लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था कि 3 वर्ष बाद इन दोनों मासूमों के सर से पिता का साया भी उठ गया ।