Event Summery
Education is the
most fundamental right of any individual. However countless millions are
deprived of this basic right simply because they do not have access to
sufficient resources. What we propose is an endeavor to open a school in
a
village which lacks the facilities of electricity and connectivity let
alone the internet. Education is something that can enlighten lives and
may help many
people to the journey of development and progress. By opening this
school, we
strive to provide opportunities to many such individuals who can make
their
generation proud. By being first-generation learners, they will be able
to work
for the upliftment of their village. Educating one person can change
countless
lives.
Event Description
शायद ही आप विश्वास करेंगे कि उत्तराखँड मे अभी येसे बहुत सारे गाँव है जहाँ पर न
सडक, न बिजली, न नेटवर्क, न
शिक्षा और न ही स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलबध है । येसे ही एक गाँव उत्तरकाशी का अंतिम
गाँव ओसला हैँ जिसके ग्रामिणो ने डेढ वर्ष पुर्व हमे अपने गाँव की इस स्तिथी के
बारे मे बताया तो हमेँ विशवास नही हुआ लेकिन जब हमने अपनी टीम भेजी और टीम से 4-5 दिनोँ तक सम्पर्क नही हो पाया तो लगा कि सच मे येसी जगह है । टीम के माधयम से
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने ओसला गाँव मे एक स्कूल खोलने का निर्णय लिया
हालाँकि हमारे पास उस वक्त विल्कुल भी धनराशी नही थी लेकिन कहते है न कि जहाँ चाह
वहाँ राह और समूण परिवार के सदस्योँ एँव दान दाताओँ के सहयोग से हमने 1 अप्रैल 2021
मे समूण आदर्श विध्यालय की नीव रखी और स्कूल खुलते ही 200 बच्चोँ ने स्कूल मे एड्मिशन लिया और पिछले एक वर्ष से हम ओसला गाँव मे समूण
आदर्श विध्यालय के बैनर तले ओसला और पवाणी के बच्चोँ को निशुल्क बेहतर क्वालीटि की
शिक्षा प्रदान कर रहे हैँ । समूण आदर्श विध्यालय,
समूण कम्प्युट्रर ट्रैनिगँ सेंटर और आदि ओफिस को चलाने के
लिए हमे हर महिने 1
लाख से अधिक की धनराशी ब्यय होती है जो सिर्फ और सिर्फ आप सभी दानदाताओँ के सयोग
से प्राप्त होती है ।
समूण आदर्श विध्यालय को हम अभी एक किराये के स्कूल मे चला
रहेँ है लेकिन बच्चोँ के लिए एक्स्ट्रा एक्टिविटिज के लिए ग्राउंड, बच्चोँ की सँख्या बढने पर क्लासरुम की कमी के कारण बच्चोँ
को खुले आसमान के निचे पढाने पर हम मजबुर है लेकिन इस क्षेत्र मे बर्फ और अधिक ठँड
होने के कारण खुले मे बच्चोँ को पढाने से उनके स्वास्थ्य खराब हो सकते है इसलिए
हमने निर्णय लिया है कि हम ओसला और पवाणी गाँव के मध्य मे एक स्वयँ का स्कूल “समूण
आदर्श विध्यालय” का भवन निर्माण करेंगे और इस सरस्वती के पवित्र मंदिर के निर्माण
के लिए हमे कम से कम 15-20
लाख रुपयोँ की इनिसियल आवश्यक्ता पडेगी । हालांकि इतनी बडी धनराशी एकत्रित करना
कठिन है लेकिन मुश्किल नही । बहुत जल्द हम इस दुर्गम क्षेत्र मे समूण आदर्श
विध्यालय के भवन निर्माण का कार्य शुरु करने जा रहे है ।
अत: सभी समूण परिवार के सदस्योँ,
अनुयायियोँ एँव आम मानवता प्रेमी जनमानस से हम निवेदन करते
हैँ कि इस सरस्वती के पवित्र मंदिर के निर्माण हेतु एक छोटी सी दानराशी दान देकर
पुण्य का भागिदार बनेँ ताकि वहाँ के सैकडो निरक्षर बच्चोँ के भविष्य को उज्वल्लमय
हो सके । वहाँ पर सन २०१४ से एक सरकारी स्कूल का निर्माण हो चुका है लेकिन वहाँ पर
वह स्कूल आज बंजर पडा हुआ है, सरकार
से एस खाली पडे स्कूल के लिये हमने बहुत निवेदन किये लेकिन सरकार को बंजर मजूँर है
लेकिन किसी और को देना पसंद नही, खैर
......
हमेँ आशा ही नही पुर्ण विश्वास है कि जिस तरह से हर सामाजिक
कार्य मे आपका निरंतर समर्थन पिछले 11 सालोँ से मिलता आया है इस माँ सरस्वती के भब्य मंदिर के निर्माण मे भी उसी
तरह से मिलेगा । अपनी सामर्थ्य अनुसार आप 10 रुपये का भी दान कर सकते हैँ I 5
प्रकार के दानोँ मे विध्या दान को श्रेष्ठ दान माना जाता है, क्योंकि यही एक ऐसा दान है जो बांटने से और अधिक बढ़ता है ।
आओ मिलकर इन बच्चोँ को बेहतर शिक्षा की समूण प्रदान
करेँ ताकि यह बच्चे शिक्षित होकर अपने परिवार, समाज और देश को एक नयी दिशा
दे सकें। आज के बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं इसलिए हमें उनकी बेहतर शिक्षा पर
विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है और कोशिश करेँ कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न
रहे ।